इंडिगो ने आज सुबह 6 बजे कई उड़ानों के रद्द होने को लेकर नई एडवाइजरी जारी की। दिल्ली एयरपोर्ट पर 134 उड़ानें रद्द की गईं, जिनमें से 75 रवानगी (Departure) और 59 आगमन (Arrival) वाली थीं। बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पर भी 127 उड़ानें रद्द की गई हैं। संपर्क साधने के बाद, इंडिगो ने रविवार शाम तक सरकार के निर्देशों के बाद यात्रियों को 610 करोड़ रुपये का रिफंड किया और देशभर में 3,000 से अधिक बैगेज लौटाए। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी इस बारे में जानकारी दी।
हालांकि, इंडिगो में परिचालन संकट अभी भी जारी है। दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट पर सोमवार को भी सैकड़ों उड़ानें कैंसिल की गईं। यात्रियों को असुविधा न हो, इसके लिए एयरलाइन ने पहले ही एडवाइजरी जारी की है। एयरपोर्ट प्रबंधन ने यात्रियों से अपील की है कि घर से निकलने से पहले फ्लाइट का स्टेटस जरूर चेक करें।
डीजीसीए ने शनिवार, 6 दिसंबर को इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स और सीओओ अकाउंटेबल मैनेजर पोर्केरास को परिचालन संकट का कारण बताने के लिए नोटिस जारी किया था। नोटिस में कहा गया कि एयरलाइन की बड़ी परिचालन योजना बनाने में असफलता और संसाधनों के कुप्रबंधन के कारण यह संकट पैदा हुआ।
इंडिगो ने नोटिस का जवाब देने के लिए अतिरिक्त समय मांगा है और रविवार को डीजीसीए को पत्र भेजकर 8 दिसंबर तक समय देने की मांग की। इंडिगो में जारी संकट की जांच के लिए सरकार ने चार सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति का मानना है कि देश की सबसे बड़ी एयरलाइन ने FDTL नियमों को लागू करने की कोई योजना नहीं बनाई, जिसके चलते परिचालन संकट उत्पन्न हुआ।